हिंसा और आतंकवाद से झुलस रही दुनिया, बुद्ध की शिक्षाओं से ही हो सकता है मानवता का कल्याण

युगपुरुष थे डॉ अम्बेडकर, दुनिया को समता, समानता, मानवता के संदेश दिए -शिवमिलन सरोज

अम्बेडकर जयंती पखवाड़े के तहत चमनगंज में मनाई गई बाबा साहब की जयंती

संजीव भारती/पारदर्शी विकास न्यूज़ /अमेठी। बाबा साहब डॉ अम्बेडकर जयंती पखवाड़े के अन्तर्गत जयंती और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन जारी है। बुधवार को विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कम्पोजिट विद्यालय भादर प्रथम में संकुल शिक्षक देवांशु सिंह और इं प्र अ संजीव कुमार ने बच्चों को बाबा साहब डॉ अम्बेडकर के जीवन दर्शन की जानकारी दी। बच्चों को निबंध लेखन के साथ चित्रकला और स्लोगन तैयार करने के लिए प्रेरित किया। चमनगंज में अम्बेडकर सेवा समिति की ओर से आयोजित जयंती समारोह में बेलखरी के बच्चों ने डा अम्बेडकर के बचपन, शिक्षा और आगे के जीवन से सम्बंधित सुंदर नाटक का अभिनय और प्रदर्शन किया।इस नाटक का निर्देशन रणवीर इंटर कालेज के अंग्रेजी के शिक्षक राम चन्द्र सरस ने किया है। प्रोड्यूसर की भूमिका शिक्षक श्यामलाल गौतम ने निभाई है। जयंती समारोह बौद्ध भिक्षु भंते प्रज्ञा मित्र की ओर से सामूहिक त्रिसरण पंचशील के साथ शुरू हुआ। बाबा साहब डॉ अम्बेडकर के जीवन दर्शन पर गीत , संगीत और विचार संवाद में ग्रामीण अंचल के सैकड़ों खेतिहर भी शामिल हुए। श्याम कुमार,किसुन पाल, विनोद कुमार और सूरज कुमार ने अतिथियों का स्वागत सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन अम्बेडकर सेवा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार और महामंत्री राम चन्द्र ने किया। भंते प्रज्ञा मित्र ने कहा कि सामाजिक रूढ़ियों, जातीय भेदभाव और छुआछूत को समाप्त कर अच्छे और सभ्य भारतीय समाज के निर्माण के लिए बाबा साहब डॉ अम्बेडकर ने जीवन पर्यन्त संघर्ष किया, किंतु हिंदू धर्म के ठेकेदारों और पुरातनपंथी मानसिकता के लोगों ने दलितों को मंदिर प्रवेश में अधिकार और उपासना और पूजा के मामले में बराबर का अधिकार नहीं दिया, अन्ततः अपने जीवन के अंतिम समय में 14अक्टूबर1956को उन्होंने नागपुर में पांच लाख लोगों के साथ बौद्ध धम्म ग्रहण किया और अपने अनुयायियों को बुद्धं सरणं गच्छामि –के संदेश दिए। कवि और शिक्षक राम चन्द्र सरस ने कहा कि बौद्ध धम्म वैज्ञानिक धम्म है। सम्राट अशोक के बाद बाबा साहब डॉ अम्बेडकर के महान योगदान से तथागत बुद्ध का धम्म दुनिया के कोने कोने में पहुंचा है। बौद्धाचार्य वैरागी राम भारती ने कहा कि आज पूरी दुनिया हिंसा और आतंकवाद की आग में झुलस रही है। भगवान बुद्ध के शांति, अहिंसा, प्रज्ञा, करुणा और मैत्री के संदेश ही पीड़ित मानवता का कल्याण कर सकते हैं। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भीमसेन इंटर कालेज बड़गांव के प्रधानाचार्य शिव मिलन सरोज ने कहा कि बाबा साहब डॉ अम्बेडकर युग पुरुष थे। उन्होंने दुनिया को समता, समानता और मानवता का संदेश दिया है। उन्होंने सर्वसमाज को समान वोट का अधिकार देने के साथ महिलाओं को भी बराबरी के अधिकार दिए। विमल पासवान, राजेश अकेला, सेवानिवृत्त शिक्षक पलटूराम,आर एस चक्रवर्ती, नरेंद्र कुमार, डॉ नन्हे लाल ,राम किशुन, विकास कुमार, विनोद कुमार आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया।

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