यह हमला आतंकवाद के ताबूत पर आखिरी कील होगा। आतंकवादियों और उनके आकाओं को उसकी सजा जरूर मिलेगी। जो लोग साजिश में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अब इस घटना के जो परिणाम आएंगे, वो देश देखेगा-सीएम योगी
आशुतोष मिश्र ‘रूद्र’ /पारदर्शी विकास न्यूज़ कानपुर। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। चाचा नरेंद्र ने मुखाग्नि दी। पिता बगल में खड़े होकर रोते रहे। गुरुवार सुबह जब घर से शव यात्रा निकली तो पत्नी ऐशन्या चीख पड़ीं। पत्नी ने उसे सीने से लगाया, फिर फूट-फूटकर रोने लगीं। यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं।

इसके पहले सुबह जब पार्थिव शरीर घर लाया गया, तो बगल में शुभम की तस्वीर रखी गई। इस दौरान पत्नी ऐशन्या पति की फोटो को एकटक देखती रहीं। वह बार-बार तस्वीर पर हाथ फेरती रहीं। मां शव के बगल में बैठी थीं। वह बीच-बीच में चीख पड़ती थीं। कहती थीं कि आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, तड़पा-तड़पा कर उन्हें मारा जाए।
सीएम योगी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी और घरवालों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस दौरान शुभम की पत्नी ने मुख्यमंत्री से कहा- आतंकियों ने मेरे सामने ही मेरे पति को गोली मारी। योगी जी, हमें कड़ा बदला चाहिए। आप इसका बदला लो। यह कहते हुए वह रोने लगीं।

शुभम की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। लोगों के अंदर पाकिस्तान के प्रति गुस्सा था। उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। कहा- पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।भारत को फिर से सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहिए।

शुभम की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। लोगों के अंदर पाकिस्तान के प्रति गुस्सा था। उन्होंने “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाए। कहा—पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। भारत को एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।पत्नी ऐशन्या ने रोते हुए आतंकी हमले की आंखों देखी सुनाई। उन्होंने कहा- मैं और शुभम मैगी खाने जा रहे थे। इसी दौरान एक आदमी पीछे से आया। उसने बंदूक साइड में रखकर शुभम से पूछा-हिंदू हो या मुसलमान? फिर कहा- अगर मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर दिखाओ।मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया?’ तब उसने मुझसे भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी। पहले शुभम को मारा, फिर बाकी लोगों को भी गोली मार दी।

पिता संजय द्विवेदी ने कहा- दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए। सरकार को अब सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। आतंकवादी बहू से बोले- तुम्हें इसलिए जिंदा रखा ताकि मोदी को बता सको। बुधवार रात 11:30 बजे शुभम का शव फ्लाइट से लखनऊ लाया गया। अमौसी एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शुभम के पिता संजय द्विवेदी डिप्टी सीएम से लिपटकर रो पड़े। डिप्टी सीएम ने उन्हें ढांढस बंधाया।लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर शव को शुभम के पैतृक गांव हाथीपुर पहुंचाया गया। यहां एंबुलेंस से शव उतारते वक्त मंत्री राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय ने शुभम के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। शुभम द्विवेदी (31) की दो महीने पहले एशान्या से शादी हुई थी। 17 अप्रैल को एशान्या और परिवार के 11 सदस्यों के साथ शुभम कश्मीर घूमने गए। उन्हें 23 अप्रैल को घर लौटना था।


योगी ने कहा- कानपुर का एक परिवार भी उस आतंकी हमले का शिकार हुआ। शुभम द्विवेदी की 2 माह पहले ही शादी हुई थी। मैंने परिजनों से बात की है। रात में ही उनका पार्थिव शव यहां आ गया था। परिवार दुखी है। शुभम द्विवेदी परिवार का इकलौता पुत्र था। मैं दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करता हूं।
मैंने अभी शुभम द्वीवेदी के परिवार के सभी सदस्यों से मुलाकात की है। परिवार के लोगों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में पूरा देश इस अमानवीय और बर्बर कृत्य की निंदा करता है। हम इस बात के लिए भी आश्वस्त करते हैं कि जिस तरह से वहां पर उन आतंकवादियों ने कृत्य किए हैं, इसी प्रकार से आतंकवादियों और उनके आकाओं को उसकी सजा जरूर मिलेगी। 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ है। यह हमला क्रूर, वीभत्स कायराना कृत्य है।.न केवल देश ने बल्कि दुनिया के हर सभ्य समाज ने इस घटना की निंदा की है। यह घटना बताती है कि आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांस ले रहा है। निर्दोष पर्यटकों पर हमला, बहन बेटियों के सामने उनके सिंदूर को उजाड़ा जाए, यह कोई सभ्य समाज कतई स्वीकार नहीं कर सकता है।भारत सरकार की आतंकवाद और उग्रवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की जो नीति रही है, वह प्रभावी ढ़ंग से आतंकवाद का निस्तनाबूत करेगी। कल इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। यह शुरुआत आतंकी हमले के ताबूत में आखिरी कील होगा। हम और हमारी डबल इंजन की पूरी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। यह डबल इंजन की सरकार है और यह सरकार इस प्रकार की किसी भी बर्बर और अमानवीय घटना को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करना जानती है। जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उनके प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति देखने को मिलेगी। गृह मंत्री ने स्वयं उन क्षेत्रों का दौरा किया और आगे की रणनीति के साथ ही आतंकवाद और उग्रवाद के खात्मे की नई पहले के साथ पूरा भारत आगे बढ़ रहा है। पूरे भारत को इस दुखद घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर विश्वास रखना चाहिए।
शुभम की पत्नी ऐशन्या ने योगी से कहा-हम लोग घुड़सवारी कर रहे थे। तभी दो आतंकी आए। उन्होंने पूछा कि हिंदू हो या मुसलमान। जैसे ही शुभम ने हिंदू कहा आतंकियों ने सिर में गोली मार दी। मैंने आतंकियों से कहा, मुझे भी मार दो। आतंकियों ने कहा- तुम्हें नहीं मारेंगे। तुम मोदी को बताओ जाकर। कैसे तुम लोगों को मारा है। हमारे देखते देखते उन्होंने कई लोगों को गोली मार दी। योगी जी हमें कड़ा बदला चाहिए। आप इसका बदला लो। शुभम की हत्या का बदला लो। यह कहते हुए शुभम की पत्नी रो पड़ीं। योगी ने शुभम की पत्नी को सांत्वना दी और परिवार को हिम्मत बंधाई।