सूचना मिलने पर नशीले दवा विक्रेताओं के गिरे शटर
नबी अहमद पारदर्शी विकास न्यूज रुपईडीहा, बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर मादक पदार्थो की तस्करी थमने का नाम नही ले रही है। रूपईडीहा से नेपाल को विभिन्न नशीली दवाओं की तस्करी हो रही है। कुछ नेपाली युवा सुबह ही रूपईडीहा आकर बिना नाम व बोर्ड वाले मेडिकल स्टोरों पर जाकर नशीले पदार्थो का सेवन कर रहे है। जिसकी शिकायते समाज सेवियों ने कई बार जिलाधिकारी व ड्रग इंसपेक्टर से की थी। सूचना पर शुक्रवार की दोपहर ड्रग इंस्पेक्टर विनय कृष्ण ने रुपईडीहा के तीन मेडिकल स्टोरों की जांच की व उनके नमूने लिए। जबकि रुपईडीहा के हनुमान सरोवर से छोटी नहर तक एनएच 927 पर व चकिया रोड मिलाकर गांवों तक दर्जनों मेडिकल स्टोर्स कुछ लाइसेंस कुछ बिना लाइसेंस चल रहे हैं। जिन पर भारी मात्रा में नशीली दवाएं व स्मैक तक बिक रही है। हुआ यह है कि आज अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों को पहले ही खबर मिल गयी। इसलिए ये लोग दुकानों के शटर गिराकर भाग खड़े हुए। रुपईडीहा के एनएच 927 पर सब्जी मण्डी से लेकर प्राइवेट बस स्टैंड तक व चकिया रोड से बरथनवा चैराहे तक तथा रुपईडीहा से थोड़ी दूर केवलपुर मोड़ व छोटी नहर के पास स्थित मेडिकल स्टोर्स बंद हो गए। आखिर डीआई के आने की खबर किसने दी। इससे सिद्ध है कि विभागीय मिलीभगत से अवैध मेडिकल स्टोर्स चल रहे है। जहां सिर्फ नशीलें पदार्थ बेचे जा रहे हैं। इन अवैध मेडिकल स्टोर्स के मालिक महंगे चार पहिया वाहनों पर घूमते देखे जा रहे हैं। सीमावर्ती भारत व नेपाल का युवा वर्ग इन अवैध मेडिकल स्टोरों पर बिक रहे मादक पदार्थों के सेवन से अकाल काल की गाल में जा रहे हैं। सुरक्षा कर्मियों की नजर इस ओर नही जा रही है। डीआई विनय कृष्ण के साथ तहसीलदार नानपारा अम्बिका चैधरी व लेखपाल करुणेश श्याम त्रिपाठी सहित पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे। डीआई से पूछने पर उन्होंने बताया कि जो नमूने लिए गए हैं उनको बाद में बताया जाएगा।