जनसमस्याओं का त्वरित निस्तारण और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति प्राथमिकताओं में शामिल
संजीव भारती/पारदर्शी विकास न्यूज़ अमेठी। शनिवार को नवागत जिलाधिकारी संजय चौहान ने जिला कोषागार पहुंचकर जिलाधिकारी अमेठी के पद का कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। नवागत जिलाधिकारी 2014 बैच के आई0ए0एस0 अधिकारी हैं। इससे पूर्व नगर आयुक्त सहारनपुर एवं स्मार्ट सिटी सहारनपुर के सीईओ के पद पर कार्यरत थे।

नवागत जिलाधिकारी संजय चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के मीडिया बंधुओं के साथ वार्ता कर उनका परिचय प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि वह 1998 बैच के स्टेट पी0सी0एस0 अधिकारी हैं। 2014 बैच के आई0ए0एस0 अधिकारी हैं । इससे पूर्व वह हरिद्वार, नैनीताल, अल्मोड़ा, अयोध्या, गोरखपुर, मेरठ, नोएडा में बतौर एसडीएम तथा सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में मेरठ, नोएडा व अलीगढ़, एडीएम सिटी के रूप में कानपुर नगर, अलीगढ़ व मेरठ, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के रूप में नोएडा, नगर आयुक्त के रूप में मुरादाबाद एवं स्मार्ट सिटी मुरादाबाद के सीईओ तथा पिछले करीब 14 माह से नगर आयुक्त सहारनपुर एवं स्मार्ट सिटी सहारनपुर के सीईओ के पद पर कार्यरत रहे हैं। नवागत जिलाधिकारी जनपद एटा के मूल निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा आरबीएस इंटर कॉलेज आगरा एवं ग्रेजुएशन आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज, जनपद अयोध्या तथा गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, उत्तराखंड से बायोटेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की है।
नवागत जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं को धरातल पर लाना और उन्हें सही परिप्रेक्ष्य में लागू करना उनकी पहली प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि मेरा काफी पुराना अनुभव है उसके अनुसार कुछ नया करने का भी लक्ष्य है, उन्होंने कहा कि ग्रामीण बाहुलता वाले जनपद में और कृषि प्रधान जनपद में अगर नगर विकास और नगरीय प्रशासन की अवधारणाओं को लागू किया जाए तो निश्चित रूप से बदलाव देखने को मिलेगा। मीडिया द्वारा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए नवागत जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की जीरो टॉलरेंस की नीति है वही नीति मेरी भी रहेगी, कहीं पर भी भ्रष्टाचार की शिकायत जांचोपरांत सिद्ध पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।