संजीव भारती /पारदर्शी विकास न्यूज़ अमेठी। संविधान निर्माता बोधिसत्व बाबा साहब डॉ अम्बेडकर और बौद्ध धम्म की शिक्षाओं के प्रचार प्रसार को जीवन भर समर्पित रहे समाज कर्मी सन्त लाल -75का शुक्रवार की शाम निधन हो गया। लम्बे समय से ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित सन्त लाल की जयंती के अवसर पर अंतिम संस्कार एक अजब संयोग रहा। शनिवार को खरगापुर में शोक सभा और अन्त्येष्टि में सैकड़ों लोग शामिल हुए।

सन्त लाल अपनी नौजवानी में लम्बे समय तक संगीत की दुनिया में लोकप्रिय रहे और गुप्ता संगीत कम्पनी टीकरमाफी में नौटंकी में नायक का पात्र निभाया। उनके साथ भगत -घोरहा खलनायक की भूमिका में रहते थे। कुछ वर्षों तक इन्होंने अमृतसर में रहकर रोजी रोटी कमाई। स्वास्थ्य खराब होने पर घर आ गए और यहां अपने पुत्र निहाल चंद के साथ बाबा साहब डॉ अम्बेडकर की शिक्षाओं के प्रचार प्रसार का काम किया।

सन्तलाल जी का जन्म 12अप्रैल 1950को अमृत सर में हुआ। इनके पिता पंजाब पुलिस में थे।1968में इन्होंने इंटर मीडिएट की शिक्षा हासिल की। नटखट प्रवृत्ति के युवा सन्तलाल को उनके पिता अमृत सर से गांव लेकर चले आए,तब से ये खरगापुर में रहने लगे। लगभग दस साल तक संगीत और नौटंकी की दुनिया में काम करने के बाद इन्होंने पूरा समय घर पर देना शुरू किया।17जून2022को इन्होंने अपने गांव में एक बड़ा बौद्ध धम्म सम्मेलन भी कराया निर्वाण प्राप्त सन्तलाल का अंतिम संस्कार बौद्ध भिक्षु भंते धम्मदीप की उपस्थिति में बौद्ध रीति से सम्पन्न हुआ।
निर्वाण प्राप्त संतलाल के पुत्र निहाल चंद बसपा के सेक्टर अध्यक्ष रह चुके हैं और अम्बेडकर मिशन से सक्रिय रूप से जुड़े हैं।इनकी बहू कमलेश कुमारी वर्तमान में गाजीपुर ग्राम पंचायत की प्रधान है।
बौद्धाचार्य राम समुझ, बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती, बसपा के विधानसभा प्रभारी राम अभिलाष बौद्ध, विधानसभा अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद, सामाजिक भाईचारा कमेटी के जिला संयोजक विद्या प्रसाद गौतम , इन्द्र पाल गौतम,राम पाल बौद्ध, रामबली, अनिल कुमार, राघवराम, लालता प्रसाद ,राम कुमार , रामधन, संजीव कुमार आदि ने दुःख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई है।