ट्रंप के टैरिफ से भारत को आराम, चीन-पाकिस्तान का काम तमाम! 

भारत अमेरिका पर 52% तक टैरिफ लगाता है, इसलिए अमेरिका भारत पर 26% टैरिफ लगाएगा। अन्य देश हमसे जितना टैरिफ वसूल रहे, हम उनसे लगभग आधे टैरिफ लेंगे। इसलिए टैरिफ पूरी तरह से रेसिप्रोकल नहीं होंगे। मैं ऐसा कर सकता था, लेकिन यह बहुत से देशों के लिए कठिन होता। हम ऐसा नहीं करना चाहते थे। ऐसे में हमने भारत पर 26% का टैरिफ लगाया है।

Apr 03, 2025 

पारदर्शी विकास न्यूज़-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के तमाम देशों पर अपना रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर दिया है। खास बात यह है कि दुनिया के 11 देश ऐसे हैं जिन पर भारत के मुकाबले ज्यादा टैरिफ लगा है। इनमें चीन, पाकिस्तान का नाम भी शामिल है जहां पाकिस्तान पर ट्रंप ने 29% टैरिफ लगाया है वहीं चीन पर ट्रंप की ओर से 34% का टैरिफ लगाया गया है। ट्रंप ने भारत पर 26% का रिसिप्रोकल टैरिफ लगाया है। ट्रंप ने भारत पर रिसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान करते हुए कहा कि भारत बड़ा मुश्किल देश है। वहां के लोग और सरकार काफी अच्छे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके काफी अच्छे मित्र भी हैं। बावजूद इसके वह अमेरिका प्रोडक्ट पर 52% का टैरिफ लगाते हैं। 

भारत अमेरिका पर 52% तक टैरिफ लगाता है, इसलिए अमेरिका भारत पर 26% टैरिफ लगाएगा। अन्य देश हमसे जितना टैरिफ वसूल रहे, हम उनसे लगभग आधे टैरिफ लेंगे। इसलिए टैरिफ पूरी तरह से रेसिप्रोकल नहीं होंगे। मैं ऐसा कर सकता था, लेकिन यह बहुत से देशों के लिए कठिन होता। हम ऐसा नहीं करना चाहते थे। ऐसे में हमने भारत पर 26% का टैरिफ लगाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 26 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ की घोषणा के कुछ घंटों बाद, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय इसके प्रभाव का विश्लेषण कर रहा है। 

अमेरिका में प्रवेश करने वाले सभी आयातों पर सार्वभौमिक 10 प्रतिशत टैरिफ 5 अप्रैल से लागू होगा, जबकि अतिरिक्त 16 प्रतिशत 10 अप्रैल से प्रभावी होगा, जिससे कुल टैरिफ 26 प्रतिशत हो जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय घोषित टैरिफ के प्रभाव का विश्लेषण कर रहा है। कोई देश अपनी चिंताओं को सफलतापूर्वक संबोधित करता है तो ट्रंप प्रशासन शुल्कों पर पुनर्विचार कर सकता है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारत और अमेरिका इस साल द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से पहले से ही बातचीत कर रहे हैं। हाल ही में टैरिफ की घोषणा के बावजूद, अधिकारी ने स्थिति को भारत के लिए झटका के बजाय मिश्रित बैग के रूप में वर्णित किया, इस बात पर जोर देते हुए कि चल रही बातचीत अभी भी सकारात्मक परिणाम दे सकती है।

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